Chirag Paswan News: बिहार की मौजूदा राजनीति में चिराग पासवान के लिए पीएम मोदी का हनुमान बने रहना मजबूरी जैसा दिख रहा है। राजनीतिक गलियारों में एक बात तो यह तय हो गई चाचा पशुपति पारस और भतीजा चिराग रहेंगे तो एनडीए के फोल्ड में ही। क्योंकि दोनों दलों का एटीट्यूड एंटी आरजेडी और एंटी कांग्रेस है।
हाइलाइट्स
- बिहार में चिराग पासवान की राजनीति को लेकर सस्पेंस बरकरार
- क्या चाचा पशुपति कुमार पारस और भतीजे चिराग पासवान आएंगे एक साथ
- बीजेपी चाहती है, पशुपति और चिराग अलग-अलग ही रहें
- चिराग के अलग रहने से बीजेपी के लिए आसान हो जाता है JDU को परेशान करना
चिराग की राजनीत का क्या रहेगा स्वरूप
जहां तक चिराग की राजनीति का सवाल है तो वह एक स्वतंत्र पार्टी की हैसियत के साथ बरकरार रहेगा। और एनडीए की छतरी के तले अपना विस्तार भी करेगा। इसकी कुछ खास वजह भी है। सबसे पहले तो पशुपति पारस की उम्र की वजह से पासवान या दुशाद की राजनीत पूरी तरह से चिराग की तरफ शिफ्ट होते दिखा। गत दिनों गोपालगंज और मोकामा चुनाव में यह दिखा भी। अब भी जिस जोशों खरोश से कुढ़नी उपचुनाव को चिराग ने गंभीरता से लिया है, यह उसे संदेश के लिए काफी है कि रामविलास पासवान के वोटर ने चिराग को अपना नेता माना है। दूसरी वजह है कि चिराग की उम्र कम है और वे भविष्य की राजनीति के लंबी रेस के घोड़े साबित होंगे।
नीतीश कुमार के हाव-भाव पर दिखने लगा है ‘T’ का दबाव, आजकल कुछ भी बोलने के पहले आखिर क्यों करते हैं ऐसा काम ?क्या होगा पशुपति पारस का?
दरअसल, पशुपति पारस उम्र के बोझ तले राजनीत में सक्रिय भूमिका अब नहीं निभा पाएंगे। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि पारस बीजेपी के साथ चले जायेंगे और पार्टी को बीजेपी में मर्ज कर देंगे। उनके सांसद अपनी मर्जी से जहां जायेंगे वह उनके मन पर निर्भर करता है। ऐसे में महबूब अली केसर और वीणा सिंह संभवतः महागठबंधन की तरफ का रुखसत कर सकते हैं। लोजपा के चंदन सिंह बीजेपी में बने रह सकते हैं। जहां तक प्रिंस का सवाल है तो वह चिराग की तरफ ही पेंग बढ़ा रहे हैं।
क्या एक हुई लोक जनशक्ति पार्टी? UP राज्य निर्वाचन आयोग का नोटिफिकेशन तो कुछ यही बता रहा, बिहार तक गरमाई सियासतबीजेपी क्या चाहती है?
बीजेपी के रणनीतिकारों की माने तो वह चाहती है कि चिराग का स्वतंत्र अस्तित्व बना रहे। इस अस्तित्व के साथ ही बीजेपी ने जेडीयू के कद को कम करने की रणनीति में कामयाब हुई थी। इसलिए बीजेपी उसके स्वतंत्र अस्तित्व की हिमायती है। और आगामी चुनाव में चिराग के इसी रूप में बीजेपी को लाभ हो सकता है।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
Get Patna News, Breaking news headlines about Patna crime, Patna politics and live updates on local Patna news. Browse Navbharat Times to get all latest news in Hindi.